Chand Shayari in Hindi: बहुत से लोग सोचते हैं कि चाँद सुंदर है और यह उन्हें प्यार की याद दिलाता है। चाँद हमारे लिए महत्वपूर्ण है और जीवन को और अधिक रंगीन बनाता है। यहाँ चाँद के बारे में कुछ अच्छी कविताएँ दी गई हैं जिन्हें आप सोशल मीडिया पर अपने प्रियजनों के साथ साझा कर सकते हैं यदि आप भी चाँद से प्यार करते हैं।
Chand Shayari
कहां से लाऊं वो लफ्ज जो सिर्फ तुझे सुनाई दे
दुनिया देखे चांद को मुझे बस तू ही दिखाई दे !
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा !
कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा
कुछ ने कहा ये चांद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा !
लुत्फ़-ए-शब-ए-मह ऐ दिल उस दम मुझे हासिल हो
इक चाँद बग़ल में हो इक चाँद मुक़ाबिल हो !
कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की इक खूब-सूरत शाम हो जाए !
चांद की रोशनी भी लगती है अधूरी आज रात
शायद कोई ग़म है उसके दिल में भी मेरे साथ !
Chand Shayari Gulzar
वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा
किरदार ख़ुद उभर के कहानी में आएगा !
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है !
चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे-इंसाफ़ है
चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है !
फलक पे चांद सितारे निकलने हैं हर शब
सितम यही है निकलता नहीं हमारा चांद !
बज़्म-ए-ख़याल में तिरे हुस्न की शम्अ जल गई
दर्द का चाँद बुझ गया हिज्र की रात ढल गई !
रात भर भटका मन मोहब्बत के पते पर
चाँद कब सूरज में बदल गया पता नहीं !
Chand Par Shayari
वो कौन था जो दिन के उजाले में खो गया
ये चाँद किस को ढूँढ़ने निकला है शाम से !
चांद से कह दो अपनी हदो में रहे
मेरे महबूब का सजना अभी बाकी है !
हर एक रात को महताब देखने के लिए
मैं जागता हूँ तिरा ख़्वाब देखने के लिए !
चाँद से कहो कि गुफ़्तगू-ए-अँधेरा मुक़र्रर कर ले वरना
लाशें बिछ सकती है आज महबूब के दीदार में !
वो रातें चाँद के साथ गईं वो बातें चाँद के साथ गईं
अब सुख के सपने क्या देखें जब दुख का सूरज सर पर हो !
चुभती है क़ल्ब व जाँ में सितारों की रोशनी
ऐ चाँद डूब जा की तबियत उदास है !
Chand Shayari in Hindi
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं !
मुझ को मालूम है महबूब-परस्ती का अज़ाब
देर से चाँद निकलना भी ग़लत लगता है !
ये किस ज़ोहरा-जबीं की अंजुमन में आमद आमद है
बिछाया है क़मर ने चाँदनी का फ़र्श महफ़िल में !
तोड़कर चाँद लगा तो दूँ मैँ तेरे माथे पर
आसमानों में मगर मसले खड़े हो जाएंगे !
रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है !
चांद को देखकर रोता है दिल, याद आती है उसकी बातें
जो दूर हो गया मुझसे, ले गया सारी रातें !
Chand Pe Shayari
हम थे ठहरे हुए पानी पे किसी चांद का अक्स
जिस को अच्छे भी लगे उसने भी पत्थर फेंका !
शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में !
उफ़्फ़ वो संगेमरमरी बदन पे सियाह शॉल
हमने देखा है अपना चाँद काले लिबास में !
बुझा दिया है नसीबों ने मेरे प्यार का चाँद
कोई दिया मिरी पलकों पे अब जला न करे !
चांद आसमान का है, ये बात हम दोनों जानते हैं
पर तुम्हारी चांद जैसी खूबसूरती मेरे दिल में रहती है !
तु बिल्कुल चाँद की तरह है
नूर भी दूर भी और गुरुर भी !
Chand Shayari Love
है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की !
वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे
चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे !
तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ
और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है !
पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह
ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ !
ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए
मुझे बस तेरी की एक झलक चाहिए !
Chand Ki Shayari
मत पूछ मेरे जागने की वजह ऐ-चाँद
तेरी ही हम शकल है वो जो मुझे सोने नही देती !
कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भी भटक गई
मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गई !
बुझ गये ग़म की हवा से, प्यार के जलते चराग
बेवफ़ाई चाँद ने की, पड़ गया इसमें भी दाग !
चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है
उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है !
दो पल जिंदगी के, तेरे साथ गुजारे है ए जान
तूम्हीं तो एक चाँद हो, बाकि सब सितारे हैं !
Chand Ke Upar Shayari
सुबह हुई कि छेडने लगता है सूरज मुझको
कहता है बडा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !
मेरे दिल में मोहब्बत का चांद चमकता रहे
तुम्हारे होठों का ये लाल गुलाब महकता रहे !
सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की
अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में !
जिंदगी में मानो पूनम की रोशनी सा उजाला आया है
जब से मैंने उसे अपना चांद बनाया है !
एक चांद कहकर गया मुझसे आज निकलेगा ज़रूर
एक निगाह लिए बैठा हूं आज सुबह से मै !
Chand Mubarak Shayari
चांद नजर आया, खुशियों की सौगात लाया
आपको और अपनों को, ईद का ये पर्व मुबारक लाया !
रातो की आवारगी की आदत तो हम दोनो में थी
अफ़सोस चाँद को ग्रहण और मुझे इश्क लग गया !
न चाहते हुए भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आ सनम की याद आ जाती है !
मुझसे लगे हैं इश्क़ की अज़्मत को चार चाँद
ख़ुद हुस्न को गवाह किए जा रहा हूँ मैं !
चाँद को छू लिया था हमने ज़रा सा कल
चाशनी आज तक इन उंगलियों में चिपचिपाती है !
Chand Shayari 2 Line
आज टूटेगा गुरूर चाँद का देखना दोस्तो
आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है !
रातो की आवारगी की आदत तो हम दोनो में थी
अफ़सोस चाँद को ग्रहण और मुझे इश्क लग गया !
बे-सबब मुस्कुरा रहा है चाँद
कोई साज़िश छुपा रहा है चाँद !
आओ मेरा हाथ पकड़ लो आज चांद पर टहल आएं हम
मुकम्मल ख़्वाब के लिए ये जमीं अब छोटी सी लगती है !
अपनी ही तेग़-ए-अदा से आप घायल हो गया
चाँद ने पानी में देखा और पागल हो गया !
Chand Shayari in English
Din Mein Chain Nahin Na Hosh Hai Raat Mein
Kho Gaya Hai Chand Bhi Dekho Badal Ke Aagosh Mein.
Chand Ke Paar Suna Hai Ek Aasmaan Aur Bhi Hai
Kabhi Fursat Mein Chalen Ge Tumhara Haath Pakad Kar.
Mera Aur Chaand Ka Muqaddar Ek Jaisa Hai
Vo Taaro Mein Akela Main Hajaaro Mein Akela.
Raat Bhar Taareef Mainne Kee Tumhaare Roop Kee
Chaand Itana Jal Gaya Sunakar Ki Sooraj Ho Gaya.
Ai Kash Hamari Qismat Main Aisi Bhi Koi Sham Aa Jae
Ek Chaand Falak Par Nikala Ho Ek Chhat Par Aa Jae.