Rahat Indori Shayari in Hindi: सभी को नमस्कार! आज हम राहत इंदौरी की कुछ बेहतरीन शायरियां साझा कर रहे हैं। राहत इंदौरी भारत के एक प्रसिद्ध लेखक और कवि हैं जिन्होंने बहुत सारी खूबसूरत कविताएँ और गीत लिखे हैं जिन्हें दुनिया भर के लोग पसंद करते हैं। हम राहत इंदौरी की कुछ बेहतरीन शायरियां साझा कर रहे हैं जिन्हें आपको पढ़ना चाहिए और अपने दोस्तों के साथ साझा करना चाहिए। आइये शुरुआत करते हैं उनकी कुछ बेहतरीन कविताओं से!
Rahat Indori Shayari
हाथ खाली है तेरे शहर से जाते जाते जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते !
मत पूछो शीशे से उसकी टूट जाने की वजह उसने भी किसी पत्थर को अपना समझा होगा !
मैं लाख कह दूं कि आकाश हूं जमीं हूं मैं मगर उसे तो खबर है कि कुछ नहीं हूं !
नहीं होते हो फिर भी होते हो तुम ना जाने क्यूं हर वक्त महसूस होते हो तुम !
मैंने अपनी ख़ूबसूरत आँखों से लहू छिलका दिया एक समुंदर कह रहा था मुझे पानी चाहिए !
चराग़ों को उछाला जा रहा है हवा पर रौब डाला जा रहा है !
Read Also: Life Quotes in Hindi
Rahat Indori Shayari in Hindi
पसीने बांटता फिरता है हर तरफ सूरज कभी जो हाथ लगा तो निचोड़ दूंगा उसे !
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है !
ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे !
फूलो की दुकान खोले खुशबू का व्यापार करो इश्क खाता है तो इसे एक बार नहीं सौ बार करो !
जुबान तो खोल नजर तो मिला जवाब तो दे मैं कितनी बार लूटा हूं फैसला तो दे !
मैं साँसें तक लुटा सकता हूँ उसके एक इशारे पर मगर वो मेरे हर वादे को सरकारी समझता है !
Read Also: Motivational Shayari in Hindi
Motivational Rahat Indori Shayari
शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे !
मंजिल मिले न मिले ये तो मुकद्दर की बात है हम कोशिश भी न करे ये तो गलत बात है !
कड़ी से कड़ी जोड़ते जाओ तो जंजीर बन जाती है मेहनत पे मेहनत करते जाओ तो तकदीर बन जाती है !
राह में खतरे भी हैं लेकिन थहरता कौन है मौत कल आती है आज आ जाए डरता कौन है !
हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है जिस तरफ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा !
तूफानों से आँख मिलाओ सैलाबों पर वार करों मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर कर दरिया पार करों !
Read Also: Dhoka Shayari in Hindi
Bewafa Rahat Indori Shaya ri in Hindi
काश यादें भी तेरी तरह होती तो बार बार आके यूँ ना सताती !
बेवफ़ा लोगो में रहना तेरी किस्मत ही सही इन में शामिल में तेरा नाम न होने दूंगा !
इश्क़ ए दरिया में हम डूब कर भी देख आये वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लोट आये !
हिज्र की रात थी मेरे सामने कड़ी उसकी बारात थी मै उसे देख देख कर रोता रहा वो खुश थी की वो आजाद थी !
आज उनसे हम अपना पसंदीदा तोहफा मांग रहे है बेवफाओ से हम वफाओ का सिला मांग रहे है !
तेरी तरह बेवफ़ा निकले मेरे घर के आईने भी खुद को देखु तो तेरी तस्वीर नज़र आती हे !
Read Also: Suvichar in Hindi
Rahat Indori Ki Shayari
दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते हैं !
यूं तो हर फूल पर लिखा है की तोड़ो मत दिल मचाता है तो कहता है छोड़ो मत !
सभी के नाम पर नहीं रुकतीं धड़कनें दिलों के भी कुछ उसूल हुआ करते हैं !
इश्क में पित्त का आने को काफ़ी हूं मैं निहत्था ही जमाने के लिए काफ़ी हूं !
न हम-सफ़र न किसी हम नशीं से निकलेगा हमारे पाँव का काँटा है हमीं से निकलेगा !
आँखों में पानी रखों, होंठो पे चिंगारी रखो जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो !
Read Also: Osho Quotes in Hindi
Rahat Indori Best Shayari
नहीं होते हो फिर भी होते हो तुम ना जाने क्यूं हर वक्त महसूस होते हो तुम !
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !
छू गया जब कभी ख़्याल तेरा दिल मेरा देर तक धड़कता रहा कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया था घर में घर देर तक महकता रहा !
हर एक हर्फ़ का अंदाज़ बदल रखा हैं आज से हमने तेरा नाम ग़ज़ल रखा हैं !
किसने दस्तक दी, दिल पे, ये कौन है आप तो अन्दर हैं, बाहर कौन है !
आग के पास कभी मोम को लाकर देखू हो इजाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखू मन का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है सोचता हू तेरी तस्वीर लगा कर देखू !
Rahat Indori Shayari in Urdu
लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं !
सफ़र हालाँकि तेरे साथ अच्छा चल रहा है बराबर से मगर एक और रास्ता चल रहा है !
काम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवा रास्ते बंद हैं सब कूचा-ए-क़ातिल के सिवा !
दीवार क्या गिरी मिरे ख़स्ता मकान की लोगों ने मेरे सेहन में रस्ते बना लिए !
अंधे निकालने लगे हैं नुक्स मेरे क़िरदार में बहरों की शिकायत है कि मैं ग़लत बोलता हूँ !
ये हवाएं उड़ न जाएं ले के कागज का बदन दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर जरा भारी रखो !
Read Also: Sad Shayari in Hindi
Rahat Indori Sad Shayari
जुबां तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे !
फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए !
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ !
मौत को गले लगा कर जीना आता है यूं ही नहीं साहब, पंछियो को तुफानी को चीर कर उड़ना आता है !
अगर खिलाफ है होने दो जान थोड़ी है ये सब धुँआ है कोई आसमान थोड़ी है लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है !
ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने वाला था !
Read Also: Love Shayari in Hindi
Rahat Indori Love Shayari
मेरी सासो मे समाया भी बहुत लगता है वही शक्श पराया भी बहुत लगता है उससे मिलने की तमन्ना भी बहुत है लेकिन आने जाने मे किराया भी बहुत लगता है !
कभी दिमाग कभी दिल कभी नजर में रहो ये सब तुम्हारे ही घर हैं किसी भी घर में रहो डॉ !
आते जाते हैं कई रंग मेरे चेहरे पर लोग लेते हैं मजा ज़िक्र तुम्हारा कर के !
नसीहतें न करो ऐ इश्क़ करने वालों ये आग और भड़क जाएगी बुझाने से !
फूँक डालूँगा किसी रोज़ मैं दिल की दुनिया ये तेरा ख़त तो नहीं है कि जला भी न सकूँ !
मैं आईनों से तो मायूस लौट आया था मगर किसी ने बताया बहुत हसीं हूँ मैं !
Rahat Indori Shayari in English
Roj Taaron Ko Numaish Mein Khalal Padata Hai Chand Pagal Hai Andhere Mein Nikal Padta Hai.
Kahin Akele Mein Mil Kar Jhinjhod Doonga Use Jahaan Jahaan Se Vo Toota Hai Jod Doonga Use.
Main Aakhir Kaun Sa Mausam Tumhaare Naam Kar Deta Yahaan Har Ek Mausam Ko Guzar Jaane Ki Jaldi Thi.
Raaz Jo Kuchh Bhee Ho Ishaaron Mein Bata Bhee Dena Haath Jab Us Se Milaana Thoda Daba Bhi Dena.
Ham Ab Makaan Mein Taala Lagaane Wale Hain Pata Chala Hai Ke Mehman Aane Wale Hain.
Pattiyaan Roz Gira Jaati Hain Zehreeli Hawa Aur Humein Ped Lagane Ko Kaha Jata Hai.